भुवनेश्वर कुमार
भारतीय क्रिकेट टीम में कई सितारे हैं, जिनकी चमक हमेशा सुर्खियों में रहती है। विराट कोहली, रोहित शर्मा, और जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ियों का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में उनके शानदार प्रदर्शन की झलकियाँ तैरने लगती हैं। लेकिन, इन सितारों के बीच एक ऐसा खिलाड़ी भी है, जिसने अपनी मेहनत और लगन से टीम इंडिया को कई मुश्किल मैचों में जीत दिलाई है। यह नाम है भुवनेश्वर कुमार।
भुवनेश्वर कुमार, जिन्हें “भुवी” के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय क्रिकेट टीम के उन गेंदबाजों में से एक हैं, जिन्होंने अपनी स्विंग गेंदबाजी से विश्व क्रिकेट में धाक जमाई है। लेकिन, उनका सफर इतना आसान नहीं रहा है। चोटों और फॉर्म के संघर्ष के बावजूद, भुवनेश्वर कुमार ने हार नहीं मानी और एक बार फिर से अपनी जगह बनाने के लिए मैदान पर उतरे हैं।
भुवनेश्वर कुमार का शुरुआती सफर
भुवनेश्वर कुमार का जन्म 5 फरवरी 1990 को उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में हुआ था। उन्होंने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत घरेलू क्रिकेट से की और जल्द ही अपनी स्विंग गेंदबाजी के लिए पहचाने जाने लगे। 2012 में, उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम में डेब्यू किया और अपने पहले ही मैच में सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा।
भुवनेश्वर की खासियत उनकी यॉर्कर गेंद और सटीक लाइन-लेंथ है। वह न केवल शुरुआती ओवरों में विकेट लेने में माहिर हैं, बल्कि डेथ ओवरों में भी अपनी गेंदबाजी से बल्लेबाजों को परेशान करते हैं।
संघर्ष और वापसी
भुवनेश्वर कुमार का करियर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। 2015 के बाद, चोटों के कारण उनका प्रदर्शन प्रभावित हुआ और वह टीम इंडिया से बाहर हो गए। लेकिन, भुवी ने हार नहीं मानी और घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करके वापसी की।
2020-21 में, भुवनेश्वर कुमार ने IPL में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए शानदार प्रदर्शन किया और एक बार फिर से टीम इंडिया में जगह बनाई। उनकी यह वापसी न केवल उनके लिए, बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि थी।
भुवनेश्वर कुमार की खासियत
निचले क्रम के बल्लेबाज: भुवी न केवल गेंदबाजी में, बल्कि बल्लेबाजी में भी टीम को सहयोग देते हैं।
स्विंग गेंदबाजी: भुवनेश्वर कुमार दोनों तरफ (इनस्विंग और आउटस्विंग) गेंदबाजी करने में माहिर हैं।
डेथ ओवर विशेषज्ञ: वह डेथ ओवरों में यॉर्कर और स्लो बॉल्स का इस्तेमाल करके बल्लेबाजों को चकमा देते हैं।
भविष्य की संभावनाएं
भुवनेश्वर कुमार की वापसी ने भारतीय क्रिकेट टीम को एक नई ताकत दी है। उनका अनुभव और कौशल टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, खासकर T20 और ODI फॉर्मेट में। आने वाले वर्षों में, भुवी की भूमिका और भी अहम होने वाली है।